उत्तर-प्रदेश में मासूमों के दम तोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है, कई शहरों मे मौत का कहर बरपाने के बाद अब रहस्यमई बुखार ने आगरा को अपनी आगोश में ले लिया है। आगरा में भी इस रहस्यमयी बुखार से एक के बाद एक ताबड़तोड़ मौतों का सिलसिला शुरू हो गया। शहर में अभी तक 24 से अधिक मौतें वायरल बुखार की वजह से हो चुकी है। वहीं शहर के जिला चिकित्सालय में 500 से अधिक मरीज प्रतिदिन इलाज़ के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन जिला चिकित्सालय में सभी बेड फुल होने के कारण मरीजों को भर्ती नही किया जा रहा है। आपको बता दें कि जिला अस्पताल में भर्ती के लिए जितने भी बेड है। सभी भर चुके है। यहां तक कि मरीजो को भर्ती होने के लिए इंतज़ार करना पड़ रहा है। इसी के साथ एसएन मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन आठ से 10 मरीज ड़ेंगू के मिल रहे हैं। वही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अशोक अग्रवाल के अनुसार, झोलाछाप और आरएमपी द्वारा गलत दवा देने के कारण अधिक मौते हो रही हैं। पिछले 24 घंटे की अगर बात करें तो अभी तक 7 बच्चों सहित आठ लोग मौत के आगोश में समा चुके है।
जिलाधिकारी पी.एन. सिंह ने बताया कि जिस गांव में ड़ेंगू का केस मिलता है। वहाँ पर हमारे द्वारा विशेष कैम्प लगाया जाता है और सफाई के लिए दो दिन का विशेष अभियान चलाया जाता है, लेकिन पिछले चार दिन से ड़ेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हमारे द्वारा 50 गावों को चिन्हित करके जिलास्तरीय टीम को भेजा गया है, टीमें वहां जाकर चेक करेंगी कि गांव में साफ सफाई हो रही है या नही। पिछले एक महीने में आगरा जिलें में 264 के आसपास ड़ेंगू के मामले मिले है। वहीं झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही जारी है। अबतक दो झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही हो चुकी है, आगे भी यह कार्यवाही जारी रहे हैं।
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