मुजफ्फरनगर। जमीन के टुकड़े औ चंद पैसों के लिए कलयुगी बेटों ने अपने 70 वर्ष के बुजुर्ग पिता की गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपियों ने पिता के शव को गांव के बाह लाकर अपने ही खेत में दफना दिया। इसके बाद दोनों भाईयों ने पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। 48 दिन तक पुलिस ने जांच की पर बुजुर्ग का पता नही चल सका। शक के आधार पर पुलिस ने मृतक के बेटों को उठा लिया और जब कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने कत्ल का राज उगल दिया। पुलिस ने आरोपियों की बताई जगह पर पहुंची तो वहां फसल खड़ी थी। खेत की जीसीवी से खुइवाई करवाई तो बुजुर्ग का कंकाल बाहर आया।
हड़ौली गांव निवासी कंवरपाल (70) जून माह में संदिग्ध हालात में गायब हो गया था। बेटों ने भौराकलां थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो सनसनीखेज खुलासा हुआ। मृतक के बेटे उपेंद्र और विक्की ने 28 जून को खेत में गला दबाकर हत्या कर दी थी। शव को अपने खेत में ही गड्ढा खोदकर दबा दिया। तीन दिन पहरेदारी करते रहे, इसके बाद जहां पिता के शव को गाड़ा गया था, वहीं पर बाजरे की फसल की बुआई कर दी। बाजरे की फसल खेत पर उग आई। उधर, गांव में कंवरपाल के गायब होने की चर्चा रही। मृतक के बेटों ने पारिवारिक चाचा पर अंदेशा जताया था।
चाचा पर हत्या के आरोप पर पुलिस को बुजुर्ग के बेटों पर शक हुआ। पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया। पुलिस ने सख्ती की तो दोनों बेटे टूट गए। वहीं शुक्रवार को पुलिस हड़ौली के जंगल में पहुंची, पहले चारा कटवाया और इसके बाद जेसीबी से जमीन की खुदाई कराई। करीब छह फीट नीचे से शव बरामद हो गया। पुलिस ने दोनों बेटों का चालान कर दिया है। सीओ फुगाना शरद चंद्र जोशी ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि बेटों ने ही अपने पिता की हत्या की थी।