कानपुर। बर्रा थानाक्षेत्र के मालनीय विहार इलाके में दर्दनाक हादसे से इलाके में हड़कंप मच गया। यहां एक निर्माणाधीन मकान में सेप्टिक टैंक में उतरे तीन मजदूरों की जहरीली गैस लगने से मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों को अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों के परिवारवालों का आरोप है कि, बेटों को मौत के दरवाजे पर भेजा गया। ऐसे में हमारी मांग है कि सरकार व पुलिस-प्रशासन मकान मालिक पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजे। परिवारवालों ने जमकर हंगामा भी काटा। एसीपी गोविंद नगर विकास पांडे ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित स्वजनों को समझाने का प्रयास किया।
बर्रा थानाक्षेत्र स्थित मालवीय विहार में कालपी निवासी कुशल गुप्ता मकान का निर्माण करवा रहे हैं। इलाके में सीवर लाइन नहीं होने के कारण उन्होंने मकान में सेप्टिक टैंक बनवाया था। मकान में ठेकेदार बाल गोविंद के निर्देशन में नरवल के गांव धमना निवासी साला 25 वर्षीय अमित कुमार, बिधनू कठोगर गांव निवासी 22 वर्षीय अंकित पाल और मूल रूप से बिधनू ढरहरा गांव निवासी 25 वर्षीय शिवा तिवारी पुत्र रामसेवक तिवारी मजदूरी कर रहे थे।
रविवार को तीनों मजदूर मकान के सेप्टिक टैंक में लगी शटरिंग हटाने के लिए नीचे उतरे। इस बीच तीनों मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश गए। हादसे की जानकारी होने पर ठेकेदार बाल गोविंद भी बचाने के लिए नीचे उतरे तो वह भी बेहोश हो गए। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को बाहर निकाल कर एक निजी अस्पताल लेकर गई। डॉक्टर ने शिवा को मृत घोषित कर दिया। अंकित और अमित की हालत नाजुक होने पर एलएलआर अस्पताल हैलट रेफर कर दिया गया।
हैलट अस्पताल में इलाज के दौरान अंकित और अमित की भी मौत हो गई। हादसे की सूचना पर पहुंचे मृतकों के परिवारवालों ने मकान मालिक पर हत्या का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। एसीपी गोविंद नगर विकास पांडे फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान वह आक्रोशित आक्रोशित परिवारवालों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय ने बताया कि निर्माणाधीन मकान में बने सेफ्टी टैंक में उतरने के दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से 3 मजदूरों की मौत हो गई है। फिलहाल मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है।