चंडीगढ़ में मौसम विभाग की तरफ से इंफोग्राफिक्स जारी किए गए हैं। इंफोग्राफिक विभाग ने स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ PGI और PU के साथ मिलकर तैयार किए हैं। लोगों को जागरूक करने के लिए बाढ़ के समय में और बाढ़ का पानी उतर जाने के बाद की सावधानियां की जानकारी दी गई है..
मौसम विभाग चंडीगढ़ के डायरेक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि क्लाइमेट चेंज के द्वारा मौसम में बदलाव आमतौर से देखा जा रहा है। हाल ही में हुई बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई थी। पीजीआई के पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर अरुण कुमार अग्रवाल ने कहा कि हमारे देश में बाढ़ सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा है। इससे जहां एक तरफ व्यक्तिगत और प्राकृतिक नुकसान होता है, वही इससे स्वास्थ्य सुविधाएं भी बाधित होती हैं। इस नुकसान को कम करने के लिए लोग सावधानी बरत सकते हैं, जो इस इंफोग्राफिक्स में दिखाई गई है।
बाढ़ के समय क्या सावधानी रखें
मौसम विभाग की वेबसाइट, रेडियो और स्थानीय अधिकारियों से मिली जानकारी पर ही विश्वास करें। बाढ़ के समय साफ पानी उबला हुआ या क्लोरीन युक्त पानी ही उपयोग करें। कुएं का पानी न पीएं, खाना खाने से पहले बार-बार हाथ धोएं। बाढ़ के पानी में तैरने की कोशिश न करें, अपने बच्चों को बाढ़ के पानी में गिरे खिलौनों से खेलने न दें। बाढ़ का पानी पीने और किसी अन्य काम में इस्तेमाल न करें।
बाढ़ का पानी उतर जाने के बाद क्या रखें सावधानी
बाढ़ का पानी उतर जाने के बाद साबुन या अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर से हाथ धोएं। खाना पकाने और स्नान करने के लिए या उपचारित पानी का प्रयोग करें। अगर शरीर पर कोई घाव है, तो उस पर बाढ़ का पानी न लगने दें।