परिवहन विभाग द्वारा जींद डिपो में नौ और नई बस भेजी गई है। इसका परमिट व बीमा पॉलिसी सहित अन्य कागजी कार्रवाई के बाद रूट पर चलाया जाएगा। इससे यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। वहीं परिवहन विभाग द्वारा जींद डिपो में 120 नई बस भेजी जानी है जिसमें से अब तक 43 बस भेजी जा चुकी हैं..
परिवहन विभाग द्वारा जींद डिपो में नौ और नई बस भेजी गई है। इसका परमिट व बीमा पॉलिसी सहित अन्य कागजी कार्रवाई के बाद रूट पर चलाया जाएगा। इससे यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। इससे पहले डिपो में 34 नई बस भेजी गई थी, जो हरिद्वार, चंडीगढ़, सालासर व पटियाला जैसे लंबे रूट पर चल रही हैं। नौ नई बस आने के बाद जींद डिपो में रोडवेज बसों की संख्या 160 हो गई है, जिसमें किलोमीटर स्कीम की 37 बस शामिल हैं।
डिपों में भेजी जानी हैं 120 नई बस
परिवहन विभाग द्वारा डिपो में 120 नई बस भेजी जानी है, जिसमें से अब तक 43 बस भेजी जा चुकी हैं। इन नई बसों में आगे की तरफ दो सीट दी गई हैं और पीछे वाली सीट लंबी दी गई है, जिस पर चालक व परिचालक नाइट स्टे के दौरान आराम कर सकते हैं। वहीं डिपो में असंध, हांसी, पानीपत, नरवाना व गोहाना रूट पर 160 प्राइवेट बस दौड़ रही हैं।
लोगों को मिलेंगी परिवहन की बेहतर सुविधाएं
प्राइवेट बस में यात्रियों के साथ चालक व परिचालक द्वारा बुरा व्यवहार करने की शिकायत आती रहती हैं। रोडवेज की नई आने के बाद यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। हालांकि यात्रियों की संख्या को देखते हुए डिपो में बसों की संख्या 200 होनी चाहिए, जबकि इस समय रोडवेज बसों की संख्या 160 ही है। दिनभर में हर रोज डिपो की रोडवेज बसों में 16 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। अब धीरे-धीरे रोडवेज बसों की संख्या बढ़ रही है, जो यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है।
डिपो में आ चुकी हैं नौ नई बस
जींद डिपो के डीआई जसमेर खटकड़ ने कहा कि डिपो में नौ नई बस आ चुकी हैं। पासिंग, फास्ट टैग व बीमा पालिसी जैसी आवश्यक कागजी कार्रवाई के बाद नई बसों को रूट पर चलाया जाएगा। पहले भी डिपो में 34 बस आई थी। धीरे-धीरे रोडवेज बसों की संख्या बढ़ रही है, जो अच्छे संकेत हैं। अधिकारियों का प्रयास है कि यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा दी जा सके।