धनबाद: धनबाद में एक आदिवासी महिला अपने पति के शव के साथ पिछले पांच दिनों से एमपीएल प्लांट के सामने न्याय की लड़ाई लड़ रही है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सुरेन भी आदिवासी समाज से ही आते है। उनके ही राज्य में यह महिला अपने पति के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ रही है।
वह पति के मौत के बदले केवल एनपीएल में स्थाई नियोजन मुहावजे की मांग कर रही है। और पिछले पांच दिनों से एमपीएल के मेन गेट के सामने अपने बेटे राजू और अन्य परिवार के सदस्य भी धरना दे रहे पर उनकी यह गुहार कोई नही सुन रहा है। अब मृतक की पत्नी ने मुख्यमंत्री से न्याय की मांग की है।
आपको बता दे की इस घटनास्थल पर विजय किस्कू के डोंभुई के ग्रामीण भी मौजूद है। मृतक की पत्नी को निरसा के विधायक अर्पण सेनगुप्ता, पूर्व विधायक अरुण चटर्जी, झामुमो के वरिष्ठ नेता अशोक मंडल, जेबीकेएसएस नेता जयराम महतो का समर्थन भी मिला है।
“मुहावजा न मिला तो भूखे मर जाएंगे”
मृतक की पत्नी ने कहा की – “ऐसे में खुद मुख्यमंत्री हेमंत सुरेन को न्याय दिलाने की पहल करनी चाहिए। मैं भी आदवाशी हूं। काम से कम एक समुदाय के होने के नाते मुख्यमंत्री मुझे न्याय दिलाए, अगर मुझे एमपीएल में नौकरी और मुहावजा नही मिला तो पूरा परिवार भूखे मर जाएंगे।”
मृतक की पत्नी ने यह भी कहा की – “कम से कम मुझे न्याय दिला दीजिए ताकि अपने पति के शव का अंतिम संस्कार कर सकूं। यदि मुझे न्याय नही मिला तो पति की तरह हम भी एमपीएल गेट के सामने आदोलन करके जान दे दूंगी।”