जयपुर। राजस्थान के जयपुर के अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां के सांगानेर गेट महिला अस्पताल में बच्चे को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है। हिंदू मां का आरोप है कि उसका बच्चा मुस्लिम मां ने ले लिया, जबकि मुस्लिम मां का आरोप है कि हिंदू मां, उसका बच्चा ले गई। बवाल बढ़ते देख अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों माताओं से उनके बच्चे ले लिए। पुलिस ने उन्हें एनआईसीयू में रखवा दिया है। पुलिस अब ब्लड टेस्ट एवं अन्य जांच के आधार पर बच्चों की पहचान करने की कोशिश कर रही हैं।
सांगानेर गेट महिला अस्पताल में जयपुर के वॉल सिटी एरिया में रहने वाली रेशमा और नेहा नाम की गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर्स ने एक वार्ड में भर्ती किया था। 3 दिन पहले दोनों ने कुछ समय के अंतराल में 2 बच्चों को जन्म दिया । उनमें एक बेटा था और एक बेटी थी। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि नेहा को ऑपरेशन से बेटा हुआ था जबकि रेशमा ने बेटी को जन्म दिया था । लेकिन अस्पताल स्टाफ की गलती के कारण बच्चे अदल बदल गए। अस्पताल स्टाफ की गलती के कारण रेशमा के पास बेटा चला गया और नेहा को बेटी मिल गई।
रेशमा के पहले से बेटियां हैं उसे बेटा मिला तो परिवार ने पूरे मोहल्ले और अस्पताल में मिठाइयां बांट दी । नेहा के भी पहले से बेटा है लेकिन वह एक और बेटा चाहती है। 3 दिन तक इस मामले का किसी को पता नहीं चला लेकिन कल रात को जब दोनों बच्चों को नियमानुसार टीके लगाने के लिए ले जाया गया तब उनके एडमिट कार्ड और उनके हाथ पर मिले टैग के आधार पर पता चला कि बच्चे बदल गए हैं। जिसके चलते दोनों माताएं बच्चों को लेकर हंगामा करने लगीं। दोनों हर हाल में बच्चे को देने को तैयार नहीं हुई।
अस्पताल अधीक्षक का कहना था कि रेशमा और नेहा उनके साथ ही उनके पति , चारों लोगों के ब्लड टेस्ट करा लिए गए हैं । रेशमा के बेटी हुई है ,नेहा के बेटा हुआ है यह तय है। फिलहाल दोनों बच्चों को एनआईसीयू में रखा गया है और दोनों बच्चों के परिजनों को समझाया जा रहा है। मामला पुलिस तक गया है ,उम्मीद है आज दोपहर तक इस पूरे घटनाक्रम को शांत कर लिया जाएगा। दोनों महिलाओं के परिवारवाले अब टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।
मामले की जांच कर रही लाल कोठी थाना पुलिस का कहना है कि चिकित्सकों की मेडिकल टेस्ट के बाद जो सच्चाई सामने आई है उस आधार पर माताओं को उनके बच्चे दिए जाएंगे। फिलहाल उन्हें अस्पताल के एनआईसीयू में रखा गया है। वहीं इस मामले की जानकारी होने पर कुछ हिन्दु संगठन के लोग भी अस्पताल पहुंचे। लेकिन बच्चे के माता-पिता व परिवारवालों ने पुलिस में शिकायत व कोई भी कार्रवाई करने से इंकार कर दिया।