निशानाथ पाण्डेय, उन्नाव
पुलिस की कार्यशैली यूँ ही सवालों के घेरे में नहीं रहती। विभाग के लिए सुर्खियां बटोरने वाले बहादुरों की अमले में लंबी फौज है। ऐसे ही एक दारोगा जी का पुलिस कर्मियों को पाठ पढ़ाते वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
मामला उन्नाव के बीघापुर थाने में तैनात दरोगा उमेश त्रिपाठी का है। वह पुलिस की पाठशाला कार्यक्रम के दौरान पुलिस कर्मियों को ईमानदारी का पाठ पढ़ा रहे थे। तभी उन्होंने पुलिस की ईमानदारी में बोलते हुए कहा कि पुलिस विभाग से ज्यादा ईमानदार विभाग कोई हो ही नहीं सकता। उन्होंने बड़े गर्व से कहा कि पुलिस पैसा लेती है तो काम भी करके देती है। पुलिस से अच्छा विभाग अभी तक बना ही नहीं है। दारोगा जी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि किसी विभाग में जाओ तो पैसे ले लेंगे लेकिन काम होगा इसकी गारंटी पुलिस विभाग ही देता है। उन्होंने विभाग की कर्मठता पर कसीदे पढ़ते हुए शिक्षकों पर तंज भी कस डाला। कहा कि मास्टर साहब लोगों को देखो घर में रहकर पढ़ाते हैं। छह: महीना घर में रहकर छुट्टियां भी काटते हैं। अगर कहीं कोरोना आ जाए तो साल भर न आए। जबकि पुलिस विभाग ही हमेशा सबके साथ खड़ा रहता है।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही मानो सोशल मीडिया के धुरंधरों को पंख लग गए हों। पुलिस की टांग खिंचाई शुरू हुई तो विभाग के आलाकमानों तक भी बात पहुंच गई। एमपी दिनेश त्रिपाठी ने आनन-फानन बीघापुर सीओ को मामले की जांच करने के फरमान जारी कर दिए है।