बागपत । जनपद के खेकड़ा कोतवाली में तैनात रहे इंस्पेक्टर ने महिला कांस्टेबल के साथ बदसलुकी करते हुए आई लव यु बोल दिया। जिससे महिला कांस्टेबल भड़क गई और उसने पूरे मामले की जानकारी अन्य महिला पुलिसकर्मियों को दी। पीड़िता के साथ महिला पुलिसकर्मी एसपी से मिलीं और इश्कबाज इंस्पेक्टर की की शिकायत एसपी से कर दी। शिकायत की जाँच कराने के बाद एसपी बागपत नीरज कुमार जादौन में इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार त्यागी को निलंबित कर दिया। इश्कबाज इंस्पेक्टर ने महिला कांस्टेबल से मामले को छिपाने की फरियाद की। उसे धमकाया पर वह नहीं मानी। जिसके बाद एसपी ने इंस्पेक्टर पर गाज गिरा दी।
खेकड़ा कोतवाली पर तैनात रहे इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार त्यागी के खिलाफ कोतवाली में तैनात महिला पुलिसकर्मियों ने शिकायत की थी, कि इंस्पेक्टर उनके साथ बदसलुकी और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता है। एक महिला सिपाही ने एसपी से शिकायत करते हुए बताया था कि इंस्पेक्टर ने तीन दिन पहले उसने देर शाम अपने कार्यालय में बुलाया और वहां उसके साथ अमर्यादित बातचीत करते हुए, आई लव यु कह दिया, तो महिला सिपाही ने विरोध जताया। आरोप है कि इंस्पेक्टर ने विरोध करने के बाद भी महिला सिपाही को आई लव यू बोल दिया। इसको लेकर महिला सिपाही ने हंगामा कर दिया था।
महिला पुलिसकर्मियों की शिकायत के बाद एसपी बागपत नीरज कुमार जादौन ने पुरे मामले की जाँच सीओ खेकड़ा विजय चौधरी से कराई तो सत्यता पाए जाने पर देवेंद्र कुमार त्यागी को निलंबित कर दिया है और विभागीय कार्रवाई के लिए शिकायत समिति की अध्यक्ष सीओ लाइन प्रीता को नियमनुसार सख्त कार्रवाई के लिए आदेश दिए हैं। एसपी नीरज कुमार जादौन, ने बताया कि, महिला सिपाही की शिकायत मिली थी। उसके आधार पर जांच शुरू कराई गई। जांच में मामला सही पाया गया, जिसके चलते इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है।
महिला कांस्टेबल ने इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि, इंस्पेक्टर आएदिन उसके साथ गलत व्यवहार करते थे। कईबार टोका पर वह नहीं माने। उन्होंने अपने कार्यालय में बुलाकर आई लव यू कहा। जिस पर मैने उन्हें फटकार लगाते हुए अन्य महिला पुलिसकमियों से इंस्पेक्टर की करतूत को बयां किया। जानकारी होने पर इंस्पेक्टर ने आलाधिकारियों से शिकायत नहीं करने का दबाव बनाया। महिला कांस्टबेल का कहना है कि, ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, जिससे कि कोई दूसरा वर्दीधारी ऐसी हकरत करने से पहले सौ बार सोचने पर मजबूर हो।