कानपुर। शहर में मानव तस्करी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। नौबस्ता थानाक्षेत्र के मछरिया निवासी सुरेश मांझी जो मूलरूप से बिहार के रहना वाला है, उसे पड़ोस के युवक ने नौकरी का लालच देकर अपने घर पर बुलाया। आरोपी ने युवक आंख में केमिकल डालकर नेत्रहीन बना दिया। इतना ही नहीं उसके हाथ तोड़ दिए। इसके बाद मांझी को दिल्ली के राजा नाम के शख्स को 70 हजार रूपए में बेच दिया। पीड़ित किसी तरह से उसके चंगुल से निकलने में कामयाब रहा और भागकर कानपुर आ गया। परिजन उसे पुलिस के पास लेकर गए। थाने में युवक की तबियत बिगड़ी तो पुलिस ने उसे हैलट अस्पताल में एडमिट करवाया है। वहीं, पुलिस कमिश्नर के आदेश पर पुलिस की एक टीम आरोपित की तलाश में दिल्ली के लिए रवाना हो गई है।
मूलरूप से बिहार में सिवान के गोरियाकोठी के पिपरा गांव निवासी रमेश मांझी 20 वर्ष पहले अपने परिवार के साथ मछरिया आया था। वह किराए के मकान में रहता है। रमेश के माता-पिता का निधन हो चुका है। वह पत्नी छठी देवी, तीन बच्चे व छोटे भाई सुरेश मांझी के साथ रहकर मजदूरी करता है। सुरेश ने पुलिस को बताया है कि, वह हरदिन किदवई नगर मजदूर मंडी काम की तलाश के लिए जाया करता था। छह माह पहले उसकी मुलाकात गुलाबी बिल्डिंग के पास रहने वाला विजय से हुई। विजय ने काम और अच्छा पैसा देने की बात कर उसे अपने घर पर बुलाया।
सुरेश के मुताबिक, मैं विजय के बताए पते पर उसके पास पहुंच गया। सुरेश ने बताया कि, विजय उसे लेकर झकरकटी पहुंचा। कुछ देर रूकने के बाद वह मुझेएक महिला के घर ले गया। वहां पर उसने महिला के सहयोग से मुझे बंधक बना लिया और मेरे हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद छत पर ले गया। तीन से चार दिन मुझे खुली छत पर रखा। दो दिनों तक तो पानी और एक रोटी देते रहे। विजय ने मेरे मुंह के अंदर कपड़ा ठूंस दिया था। शोर मचाने पर वह मुझे बेरहमी से पीटता।
सुरेश ने बताया कि, विजय ने मेरी आंख पर पट्टी व मुंह में कपड़ा ठूंसकर मछरिया में एक घर ले गया, जहां उसे 12 दिन छत पर रखा ओर रोज पीटता था। इस बीच वह जब सो रहा था। तभी विजय ने आखां में कोई केमिकल डाल दिया। जिससे वह नेत्रहीन हो गया। इसके बाद विजय ने मेरा हाथ तोड़ दिया। बाद में मुझे 70 हजार रूपए में बेच दिया। खरीदार राजा नाम के व्यक्ति विजय के साथ उसे दिल्ली ले गया और हर रोज यातनाएं देकर उससे भीख मंगवाता था। सुरेश ने बताया कि, राजा मानव तस्करी का काम करता है। विजय भी उसके गैंग का सदस्य है। विजय जैसे कई लोग गरीबों को पकड़ कर राजा के पास ले जाते हैं। बदले में राजा उन्हें पैसे देकर लाए गए लोगों से भिक्षा मंगवाता है।
सुरेश ने बताया कि, उसे कई इंजेक्शन लगाए गए, जिससे शरीर मे संक्रमण फैल गया। हालत बिगड़ने पर उसे वहां से कानपुर लाया गया,जहां वह उनके चंगुल से छूटकर घर पहुंचा। तब नौबस्ता पुलिस ने विजय राजा व एक महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कांशीराम अस्पताल में मेडिकल करवाया। चचेरे भाई होशियार मांझी ने बताया कि सुबह सुरेश की हालत बिगड़ी की पुलिस की मदद से उसे एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया।पुलिस आयुक्त बीपी जोगदण्ड, के मुताबिक, मामले में नौबस्ता थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।उसमें विजय नाम के व्यक्ति का नंबर भी है।उस नंबर के जरिये उसकी तलाश में एक टीम दिल्ली भेजी गई है।