कानपुर। उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल की जिस तरह से दो ‘कसाईयों’ ने गला काटकर हत्या कर उसका वीडियो बना सोशल मीडिया में वायरल किया, उसी तरह की घटना 5 साल पहले आईएसआईएस के आतंकवदी सैफुल्ला ने कानपुर में अंजाम दी थी। आतंकी ने प्योंदी गांव के पास विष्णपुरी निवासी प्रधानाचार्य की गोली मारकर मौत के घाट उतारा था। हत्याकांड का वीडियो बना उसका टेलीकास्ट भी किया था। इसका खुलासा तत्कालीन एटीएस के आईजी रहे व यूपी सरकार के समाज कल्याण मंत्री असीम अरूण ने एनआईए कोर्ट में गवाही के दौरान बताई।
समाज कल्याण मंत्री असीम अरूण ने एनआईए कोर्ट को बताया कि विष्णपुरी निवासी प्रधानाचार्य रमेश बाबू की सैफुल्ला और उसके साथियों ने गोली मारकर हत्या की थी। सैफुल्ला के पास से हत्या में उपयोग की गई पिस्टल बरामद की गई थी। आतंकवादियों ने बड़ी घटना के ट्रायल व दहशत फैलाने के लिए मर्डर की वारदात को अंजाम दिया था। आतंकवादियों ने टीचर हत्याकांड को पूरे प्लान के तहत अंजाम दिया था।
एटीएस के पूर्व आईजी ने कोर्ट को बताया किए सैफुल्ला और उसके दो अन्य आतंकियों ने आईएसआईएस को कुछ करके दिखाने के लिए ट्रायल के तौर पर प्रधानाचार्य को गोली मारी थी। हत्या करते वक्त वीडियो भी बनाया था। उन्होंने आगे बताया किए पकड़े गए आतंकी फैसल के मोबाइल से बरामद वीडियो में टीचर की हत्या का लाइव टेलीकास्ट किया था। बतादेंए आतंकवादी सैफुल्ला को लखनऊ स्थित तत्कालीन आईजी असीम अरूण के नेतृत्व में टीम ने एनकाउंटर के दौरान मार गिराया था।
साल 2017 के फरवरी महीने में काकोरी की हाजी कॉलोनी में एटीएस ने एक लंबे ऑपरेशन के बाद सैफुल्लाह नाम के आईएसआईएस आतंकी को मार गिराया था। इस घटना ने पूरे काकोरी क्षेत्र में दहशत फैला दी थी। सैफुल्लाह जिस मकान में रह रहा था वह मकान भी मलिहाबाद के व्यक्ति का था। डेढ़ दिन चले ऑपरेशन में एटीएस और लखनऊ पुलिस ने ना सिर्फ सैफुल्लाह को मार गिराया था बल्कि भारी मात्रा में विस्फोटकए कारतूस और हथियार बरामद किए थे। एटीएस ने दावा किया था कि मारे गए सैफुल्लाह ने लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में विस्फोट करने की योजना बनाई थी।
लखनऊ में मारा गया आतंकवादी कानपुर के जाजमऊ इलाके में रहता था। आतंकी की मौत के बाद यूपी एटीएस और एनआईए ने शहर से कई संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा था। सैफुल्ला के पिता ने आतंकी बेटे की मौत के बाद उसका शव लेने से इंकार कर दिया था। उन्होंने उस वक्त कहा था किए जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होए उससे हमारा कोई नाता नहीं। वह मेरी औलाद हो नहीं सकती।