लखनऊ। उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुनील बराला को धमकी देने का मामला अब लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस ने बराला को धमकी देने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया। बीजेपी नेता सुनील बराला को मिली धमकी के पीछे पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक एक नामी बिल्डर को फंसाने के लिए मारूफ नाम के एक शख्स ने सुनील बराला को धमकी दी थी। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने परी पिक्चर बयां कर दी।
दरअसल 10 सितंबर को सुनील बराला के मोबाइल नंबर पर धमकी भरी कॉल आई सुनील भराला ने एसएसपी मेरठ को इसकी शिकायत की। पुलिस ने नौचंदी के करीब नगर निवासी अतीब ठाकुर दिल्ली के ओखला ज़ाकिर नगर निवासी रेहान अली और जोगाबाई एक्सटेंशन दिल्ली निवासी काशिफ खान को गिरफ्तार किया। अतीब ठाकुर ने पूछताछ में बताया कि सुनील बराला को उसी ने कॉल की थी। कॉल करने के लिए उसे सुपारी मारूफ ने दी थी। मारूफ ने उसको एक मुकदमे में क्लीन चिट दिलाई थी।ब
सबसे बड़ी बात यह है कि मारूफ एक न्यूज़ चैनल के डायरेक्टर का भाई है। ऐसे में पुलिस पीपीबी यानी प्रेस , पॉलीटिशियन और बिल्डर के गठजोड़ को इस धमकी के पीछे बड़ी वजह मान रही है। पीपीबी कनेक्शन को अगर और गहराई से समझे तो मारूफ का भाई एक मीडिया चैनल का डायरेक्टर है ,और चाचा आरएलडी के नेता। पुलिस के मुताबिक धमकी के पीछे का मकसद था बिल्डर का फंसाना ,यानी साफ है क्या जिस मारूफ को मास्टर माइंड बता रही है पुलिस वो भी अभी महज एक मोहरा ही है। परदे के पीछे कोई और है मास्टर माइंड हैं।
वहीं सवाल उठते हैं कि, मारूफ का सुनील भराला को धमकी दिलाने के पीछे मकसद क्या था? अगर वह टी एंड कंपनी के मालिक अंकुश त्यागी फंसाना भी चाहता था तो उसकी अंकुश त्यागी से दुश्मनी क्या थी। क्या अंकुश और भराला की दुश्मनी का फायदा उठा कर मारूफ अंकुश त्यागी को ब्लैक मेल करना चाहता था। क्या इसके पीछे मारूफ का कोई मीडिया कनेक्शन छिपा है या फिर सियासी अदावत है इसके पीछे की वजह।
वैसे पूरी एनसीआर की पुलिस इस समय मारूफ की तलाश कर रही है। मेरठ पुलिस ने उस पर 25000 का इनाम घोषित कर दिया है। दिल्ली से लेकर यूपी तक पुलिस की ना जाने कितनी टीमें मारूफ को तलाश रही हैं। मारूफ फिलहाल विदेश भागने की फिराक में हैं। लेकिन अगर पुलिस टीम मारुफ को गिरफ्तार करने में कामयाब रहे तो असल सच्चाई निकल कर सामने आ पाएग।