इटावा। समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव का बीतेदिनों गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था। नेता जी के पार्थिक शरीर को उनके पैतृक गांव सैफई लाया गया और अखिलेश यादव ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। बुघवार की सुबह अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचकर अखिलेश ने पिता की अस्थियां चुनीं और अब हरिद्वार में विसर्जन की तैयारी है। यह भी बताया जा रहा है कि नेताजी की तेरहवीं संस्कार नहीं होगा, बल्कि श्रद्धांजलि सभा महोत्सव पंडाल में होगी। जिसकी तैयारी भी शुरू हो गई है। इसबीच समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के अलावा राजनेताओं का आने का सिलसिला जारी है। पूरी सैफई अभी भी शोक में डूबी है।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था। नेता जी के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक आवास सैफई ग्राम लाया गया था। मंगलवार को सैफई गांव में परिवारिक भूमि पर अंतिम संस्कार किया गया, पूर्व मुख्यमंत्री बेटे अखिलेश यादव ने मुखाग्नि दी थी। बुधवार की भोर अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचे अखिलेश ने पिता की अस्थियां चुनीं। इस मौके पर शिवपाल सिंह यादव समेत परिवार के सभी सदस्य मौजूद रहे।
आवास में शुद्धि संस्कार में अखिलेश समेत परिवार के सभी लोग शामिल हुए। प्रतीक यादव, भाई अभयराम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, राजपाल सिंह यादव, भतीजे पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, तेज प्रताप सिंह यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव ने सिर का मुंडन संस्कार कराया। अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव समेत परिवारी महिलाएं भी शुद्धि संस्कार में शामिल हुईं। फिलहाल पूरा परिवार अभी सैफई में है और महोत्सव पंडाल की तैयारियों में जुटा है।
पारिवार से जुड़े लोगों की मानें तो मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं का आयोजन नहीं किया जाएगा, बल्कि 11वें दिन हवन के बाद महोत्सव पंडाल में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। वहीं अखिलेश व परिवार के सदस्यों द्वारा अंत्येष्टि स्थल से चुनी गईं अस्थियों को एक कलश में एकत्र करके सुरक्षित स्थान पर रखवाया गया है। इन अस्थियों को हरिद्वार में विसर्जित किया जाएगा।
वहीं अंत्येष्टि वाली जगह को समतल कराया गया है, वहां पर समाधि स्थल बनाया जाएगा। इसके अलावा सैफई गांव में नेताजी की बड़ी मूर्ति लगाई जाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि, नेता जी के चलते सैफई के पहचान देश ही नहीं बल्कि विदेशों में हुई। अब नेता जी हमारे बीच नहीं रहे, पर उनके बताए रास्ते पर सैफई ही नहीं बल्कि देश का युवा चलेगा। गांव के शिवरतन बताते हैं कि, हवन को लेकर तैयारियां चल रही हैं। अखिलेश यादव की देखरेख में गांववाले सारे इंतजाम कर रहे हैं।