चंडीगढ़। पंजाब में विजिलेंस ब्यूरो ने बीजेपी नेता और पूर्व कांग्रेस विधायक सत्कार कौर और उनके पति जसमील सिंह की आय और संपत्ति में गड़बड़ी के मामले में आज बड़ी कार्रवाई की है। सतकार कौर, जो पहले कांग्रेस विधायक के रूप में फिरोजपुर ग्रामीण का प्रतिनिधित्व करती थीं, वो हाल ही में भाजपा में शामिल हो गई हैं, जिससे राजनीतिक परिदृश्य में एक नया मोड़ आ गया है।
पृष्ठभूमि की जाँच और पिछली पूछताछ
यह पहली बार नहीं है कि सत्कार कौर और उनके पति जांच के दायरे में आए हैं। विजिलेंस ब्यूरो ने पहले घोषित आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोपों की जांच की थी। विशेष रूप से, जसमील सिंह ने भी विपक्षी नेताओं के आरोपों का सामना करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह की सरकार के दौरान जिला परिषद सदस्य के रूप में एक शक्तिशाली पद संभाला था।
कांग्रेस से पलायन क्यों किया
इस जांच से पहले महत्वपूर्ण क्षणों में से एक पिछले विधानसभा चुनाव में सत्कार कौर को पार्टी का टिकट देने से इनकार करना था। 2022 में उनकी कम होती राजनीतिक हैसियत की खबरें कांग्रेस आलाकमान तक पहुंचीं, जिसके परिणामस्वरूप पार्टी ने उनका टिकट रोक दिया। इस कदम ने उन्हें पार्टी छोड़ने और बाद में भाजपा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
सत्कार कौर की राजनीतिक यात्रा
2017 में फिरोजपुर ग्रामीण से कांग्रेस विधायक के रूप में चुनी गईं, सत्कार कौर पार्टी रैंकों के भीतर प्रमुखता से उभरीं। हालाँकि, उनकी यात्रा विवादों से रहित नहीं रही, खासकर आय से अधिक संपत्ति के आरोपों को लेकर। अपने ऊपर लगे आरोपों के जवाब में सत्कार कौर किसी भी तरह के गलत काम से साफ इनकार करती हैं। उनका कहना है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार और निराधार हैं। अब देखना होगा कि सत्कार कौर के ऊपर कैसे भविष्य में कार्रवाई होती है।