दिल्ली। पिछले माह हनुमान जयंती के पर्व पर दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हिंसा हुई थी। उपद्रवियों ने पथराव के साथ वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। स्थानीय लोगों के अलावा दर्जनभर से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। पुलिस ने तीन नाबालिग समेत 36 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था और पांच के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की थी। पुलिस ने आरोपियों को सजा दिलाने के लिए जिस इंसान को गवाह बनाया, वही क्राइम ब्रांच की जांच में मुख्य साजिशकर्ता निकला। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता तबरेज खान समेत तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
—ताकि पुलिस को उस पर शक ना हो
जहांगीरपुरी हिंसा की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने तबरेज खान को दबोचा था। पथराव के बाद वह लगातार पुलिस के साथ घूम-घूम कर इलाके में अमन कायम करने की बातें कर रहा था। हिंसा के बाद तबरेज डीसीपी समेत तमाम आला अधिकारियों के इर्द-गिर्द ही दिखाई देता था। वह मंच से लेकर सड़क तक अक्सर इलाके की डीसीपी उषा रंगनानी के बगल में ही खड़ा या बैठा दिखाई देता था। इतना ही नहीं, शांति कायम करने का ढोंग करते हुए उसने ही इलाके में तिरंगा यात्रा भी आयोजित की थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो तबरेज का जहांगीरपुरी पथराव में बेहद एक्टिव रोल था। ?
तीन की हुई गिरफ्तारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जहीर खान उर्फ जलील (48) और अनाबुल उर्फ शेख (32) और तबरेज (40) को जहांगीरबुरी इलाके से दबोचा गया। झड़प के दिन से ही जहीर खान और अनाबुल दोनों फरार थे। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से और गवाहों के बयानों के आधार पर उनकी पहचान की गई थी। एक अधिकारी के अनुसार, जलील को सीसीटीवी फुटेज में पिस्तौल लहराते हुए देखा गया था और उसने गोली चलाई या नहीं इसकी जांच की जाएगी। अधिकारी ने कहा कि अनाबुल झड़पों में सक्रिय भागीदार था। पुलिस ने दावा किया कि तबरेज भी हिंसा में सक्रिय रूप से शामिल था, तकनीकी सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर ताजा गिरफ्तारियां की गई हैं।
वीडियो में दिखा तबरेज
हिंसा के बाद के एक वीडियो सामने आया था। जिसमें जहांगीरपुरी में डीसीपी उषा रंगरानी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थी तब तबरेज बगल में बैठकर माइक के जरिए इलाके से पुलिस फोर्स हटाने की गुजारिश कर रहा था। वहीं, एक दूसरा वीडियो जहांगीरपुरी थाने के बाहर का आया, जब गिरफ्तार आरोपियों के परिवार वाले थाने के बाहर इकठ्ठा हुए थे और दोनों समुदाय के लोग थाने के बाहर भी आमने-सामने होकर नारेबाजी करने लगे थे, तब भी तबरेज एक समुदाय के परिवारवालों को थाने के बाहर उकसा रहा था।
एआईएमआईएम छोड़कर कांग्रेस जॉइन की
सूत्रों की मानें तो तबरेज पहले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का सदस्य था, लेकिन बाद में उसने एआईएमआईएम छोड़कर कांग्रेस जॉइन कर ली थी। फिलहाल ये दिल्ली नगर निगम की चुनावों की तैयारी कर रहा था। जबरेज का नाम शाहीनबाग आंदोलन में भी नाम आया था। आंदोलन के वक्त तबरेज महिललाओं को आंदोलन स्थल तक लाया करता था। पुलिस, अब तबरेज के रिकार्ड खंगाल रही है। सूत्रों की मानें तो पुलिस के पास तबरेज के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य मौजूद हैं।