नई दिल्ली। देश के जाने-माने बिजनेसमैन व टाटा सन्स के पूर्व चेयरमैव साइरस मिस़्त्री की रविवार को मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर कार हादसे में निधन हो गया था। कार उनकी पत्नी चला रही थीं। बताया जा रहा है कि मिस्त्री कार के पीछ वाली सीट पर अपने दोस्म के साथ बैठक थे। दुर्घटना में मिस्त्री के दोस्त की भी मौत हो गई हैं, वहीं उनकी पत्नी व एक अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए है। जिनका अस्पताल में इलाज चज रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सिर में चोट लगना बताया गया है। बिजनेसमैन की मौत को लेकर मुंबई पुलिस पूछताछ भी कर रही है। महाराष्ट्र की पालघर पुलिस ने कार निर्माता कंपनी से कई सवाल किए हैं।
प्रसिद्ध उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री का महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया है। रविवार को मिस्त्री (54) अपनी मर्सिडीज कार से अहमदाबाद से मुंबई लौट रहे थे। दोपहर बाद लगभग 3.15 बजे सूर्या नदी पर बने पुल से गुजरते समय उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई, जिससे यह हादसा हुआ। इस दुर्घटना में मिस्त्री और जहांगीर पंडोल का मौके पर ही निधन हो गया। उनके साथ कार में सवार अनायता पंडोल और उनके पति दरीयस पंडोल घायल हो गए। उन्हें वापी (गुजरात) में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उद्योगपति की मौत को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
सायरस मिस्त्री आयरिश नागरिक थे। दिसंबर 2012 में रतन टाटा के बाद उनको टाटा समूह का चैयरमैन बनाया गया था। वे टाटा समूह के छठे और सबसे युवा चेयरमैन थे। अक्टूबर 2016 में उनको पद से हटा दिया गया। यह महज संयोग ही है कि लगभग दो महीने पहले साइरस मिस्त्री के पिता पालोनजी शापूरजी का निधन हो गया था। अब सायरस का निधन उनके परिवार के लिए एक और दुखद घटना है। हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मिस्त्री का निधन वाणिज्य और उद्योग जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने ट्वीट किया, सायरस मिस्त्री का असामयिक निधन हैरान करने वाला है। वे एक अग्रणी उद्योगपति थे, जो भारत की आर्थिक शक्ति में विश्वास करते थे। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना।
हादसे के वक्त मिस्त्री मर्सिडीज बेंज जीएलसी 220 डी 4मैटिक कार के पीछे वाली सीट पर अपने मित्र जहांगीर के साथ बैठे थे।
बावजूद इसके उनकी मौत हो गई, जिसपर सवाल उठ रहे हैं। माना जा रहा है कि सीट बेल्ट ना लगाना मौत की वजह बना। जिस कार पर सायरस मिस्त्री सवार थे, उसे यूरोप के एनबीएपी टेस्ट में 5 स्टार रेटिंग मिली थी। 6 एयरबैग होने और ताकतवर टक्कर को झेलने वाले मजबूत बोनट के कई अन्य पुख्ता इंतजाम कर पर थे। बताया जा रहा है कि कार 130 से लेकर 140 की स्पीड में दौड़ रही थी। तीन वाली सड़क पर दौड़ रही कार एकाएक दो लेयर वाली रोड पर आ गई और असंतुलित होकर डिवाइडर से टकरा गई। बताया जा रहा है कि सायरस मिस्त्री की पत्नी व एक अन्य कार बेल्ट बांधे हुए थे।
टायर का दबाव क्या था। कार निर्माता कंपनी की जांच के में दुर्घटना के क्या कारण हैं। क्या टक्कर के बाद स्टीयरिंग लॉक हो गया था। इन सभी सवालों के जवाब कार निर्माता टीम अपनी रिपोर्ट में देगी। सूत्रों के अनुसार, कार निर्माता कंपनी ने पालघर पुलिस को सूचित किया है कि वाहन की डेटा रिकॉर्डर चिप जर्मनी भेजी जाएगी। जर्मनी से डिकोडिंग के बाद एसयूवी के बारे में अधिक जानकारी मिल पाएगी। हादसे के वक्त कार की रफ्तार कितनी थी। ब्रेक, एयर बैग और अन्य पुर्जे हादसे के वक्त कैसे काम कर रहे थे। पूरी जानकारी चिप के डिकोड होने के बाद मिलेगी। समय की गणना और वीभिन्न सीसीटीवी की फुटेज के जरिए कार की स्पीड का पता चल सकेगा। दुर्घटना के समय कार की स्पीड क्या था, इसका पता डेटा रिकॉर्डर से जानकारी मिलने के बात पता चलेगा।