बर्मिंघम। कॉमनवेल्थ गेम्स में शुक्रवार रात्रि को भारतीय पहलवानों ने मेडल की बारिश कर दी। 6 पहलवान शुक्रवार को रिंग में उतरे और सभी ने भारत को मेडल दिलाए। रेसलिंग में तो भारतीय पहलवानों ने दिल जीत लिया। लेकिन महिला हॉकी टीम ने लोगों को निराश किया। टोक्यो ओलंपिक में चौथी पोजीशन पर रहने वाली भारतीय महिला टीम को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा और टीम गोल्ड मेडल की रेस से बाहर हो गई। अब भारतीय महिला हॉकी टीम ब्रॉन्ज मेडल हासिल करने के लिए न्यूजीलैंड से भिड़ेगी।
शूटआउट से हुआ फैसला
सेमीफाइनल में दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। ऑस्ट्रेलिया की रेबेका ग्रेइनेर ने 10वें मिनट में ही गोल दागकर भारत पर बढ़त बना ली थी। हालांकि इसके बाद भारतीय टीम ने कोई गलती नहीं की और डिफेंस ने विपक्षी टीम को बांध दिया। 49वें मिनट में सुशीला के पास पर वंदना कटारिया ने गोल दागकर स्कोर बराबर कर दिया, जो आखिरी मिनट तक बरकरार रहा। मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में चला गया, जो विवादित रहा और यहां भारत को 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। पेनल्टी शूटआउट में ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले मौके पर चूक गई थी, मगर टाइमर शुरू नहीं होने के कारण उन्हें एक और मौका मिल गया, जिस पर उसने गोल दाग दिया।
पहलवानों का दिखा दम
रेसलिंग में भारत के खाते में 3 गोल्ड, एक सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल अब तक आ चुके हैं। गुरूवार तक जहां भारत के मेडल की संख्या 20 थी। वहीं, ये बढ़कर अब 26 हो गई है। भारत के पास अभी 9 गोल्ड, 8 सिल्वर और 9 ब्रॉन्ज मेडल हो चुके हैं। भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने 65 किग्रा, साक्षी मलिक ने 62 किग्रा और दीपक पूनिया ने 86 किग्रा भार वर्ग में गोल्ड जीता। जबकि अंशु मलिक ने 57 किग्रा में देश की झोली में सिल्वर मेडल डाला। दिव्या काकरान ने 68 किग्रा में और 125 किग्रा में मोहित ग्रेवाल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।
पांचवीं पोजीशन पर पहुंचा भारत
पहलवानों के दमखम के चलते मैडल टैली में भारत पांचवीं पोजीशन पर पहुंच गया है। वहीं, मेडल टैली में 50 गोल्ड, 44 सिल्वर और 46 ब्रॉन्ज सहित कुल 140 मेडल के साथ ऑस्ट्रेलिया टॉप पर है। इसके बाद 47 गोल्ड, 46 सिल्वर, 38 ब्रॉन्ज सहित कुल 131 मेडल के साथ इंग्लैंड दूसरे स्थान पर है। तीसरे पर 87 मेडल के साथ कनाडा और 41 मेडल के साथ न्यूजीलैंड चौथे स्थान पर है।