रिपोर्ट- नितिन ठाकुर
योगी सरकार ने आवारा पशुओं को लेकर बड़ा फैसला लिया है। गायों के दूध देना बंद कर देने के बाद बेसहारा या आवारा छोड़ देने वालों के खिलाफ यूपी सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। ऐसे लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज होगा। विधानसभा में चर्चा के दौरान ‘गाय’ का मुद्दा उठा तो इसके बाद सोमवार देर शाम सरकार ने ये आदेश जारी किया। हालांकि अभी इसका शासनादेश जारी नहीं हुआ है।
समाजवादी पार्टी ने उठाया था मुद्दा
सोमवार को गाय के मुद्दे पर विधानसभा में काफी देर तक बहस चली। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गाय के दूध को लेकर सवाल उठाए और नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल पूछा कि क्या 4 रुपए अधिक देखकर गाय का दूध नहीं लिया जा सकता। क्योंकि भैंस के दूध में फैट होता है और गाय का दूध ज्यादा फायदेमंद होता है।
इसके बाद विधानसभा में सपा के अयोध्या के मिल्कीपुर से विधायक अवधेश प्रसाद ने कहा कि जब गाय दूध देना बंद कर देती हैं तो लोग उन्हें सड़क पर छोड़ देते हैं। उसके बाद गौ माता की मौत हो जाती है। उन्होंने सरकार से पूछा कि आवारा पशुओं और इनकी वजह से मारे गए लोगों को मुआवजा देने के लिए सरकार की क्या योजना है।
जिसके बाद सरकार की तरफ से जवाब दिया गया कि अब दूध ना देने वाली गायों को अगर सड़क पर छोड़ा गया या उन्हें निकाला गया तो संबंधित गाय मालिक के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।