कानपुर देहात। आपने देश में बड़े-बड़े चोर, लुटेरे और ‘नटवरलाल’ के बारे में सुना होगा, लेकिन कानपुर देहात में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां तीन चोर 7 लाख 65 हजार वोल्ट का करंट होने के बावजूद हाईटेशन लाइन के टावर पर चढ़ गए। इसी दौरान उन्हें करंट के एहसास हुआ तो दो नीचे उतरकर फरार हो गए। जबकि एक चोर हाईटेंशन टावर पर रबर रिंग के बीच बैठ गया। ग्रामीणों ने टावर पर युवक को बैठा देख पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और फायर बिग्रेड की मदद से करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसे नीचे उतारा। पूछताछ में युवक ने पुलिस को चोरी की जो बात बताई, उसे सुन वह दंग रहे गए।
बारा के नाथ का पुरवा गांव में हाईटेंशन लाइन के टावर पर बुधवार को एक युवक को चढ़ा देखकर ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। इस बीच ग्रामीणों की भीड़ लग गई और पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी। जानकारी होते ही पुलिस टीम पहुंच गई और युवक को नीचे उतारने का प्रयास शुरू किया। सबसे पहले पुलिस ने विद्युत अफसरों को सूचना देकर हाईटेंशन लाइन का करंट आपूर्ति बंद कराई। हाईटेंशन टावर पर रबर रिंग के बीच बैठे युवक से नीचे उतरने का कहा गया तो नीचे आने को तैयार नहीं हुआ। इसपर पुलिस ने फायर ब्रिगेड की टीम के एक सदस्य को सुरक्षात्मक तरीके से टावर पर चढ़ाकर युवक को नीचे उतारने का प्रयास शुरू किया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद उसे नीचे उतारा जा सका।
कानपुर सचेंडी के धूलभूल गांव में रहने वाला चंद्रशेखर है। उसने बताया कि आसपास आबादी नहीं है, इसके चलते वह साथियों के साथ हाईटेंशन लाइन के टावर पर क्लंप चोरी करने के लिए चढ़ा था। टावर के बीच में चढ़ने के लिए सीढ़ीनुमा एंगल होते हैं, जिनसे वह ऊपर तक पहंचा। उसके साथ दो और साथी भी थे, जो फरार हो गए। पहलें करंट न होने के चलते वह ऊपर तार तक पहुंच गया लेकिन बाद में करंट का अहसास होते ही वह रबर लगे क्लंप पर बैठ ताकि बचा रहे। युवक ने बताया कि, क्लंप बाजार में महंगी कीमत पर बिक जाते हैं। इसी के कारण हम तीनों ने इन्हें चोरी करने का प्लान बनाया। पुलिस आरोपी को लेकर थाने चली गई है। साथ ही फरार दो अन्य की तलाश भी कर रही है।
सीएफओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि मशक्कत के बाद युवक को हाईटेंशन लाइन के टावर से नीचे उतारा जा सका।पूछताछ में पहले तो वह इधर उधर की बात करता रहा लेकिन बाद में चोरी के इरादे से टावर पर चढ़ने की जानकारी दी। उसने दो साथियों के भी नाम बताए हैं। टीम को हैरानी है कि वह करंट से कैसे बचा रहा। विद्युत विभाग के अफसरों के मुताबिक हाईटेंशन लाइन में एक लाख दस हजार वोल्ट से लेकर सात लाख 65 हजार वोल्ट करंट प्रवाहित होता है। इस टावर में भी 7 लाख 65 हजार वोल्ट का करंट प्रवाहित हो रहा था, जिसे पुलिस की सूचना के बाद पावर ग्रिड कंट्रोल को सूचना देकर आपूर्ति बंद कराई गई।